राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के मुख्य शिक्षा दर्पण के नवंबर माह के अंक का आज उत्तराखंड शिक्षा परिषद सचिव विनोद प्रसाद सिमल्टी ने विमोचन किया।अपने संबोधन में श्री सिमल्टी ने कहा कि शिक्षक संघ के मुखपत्र का नियमित मासिक रूप से निकलना एक अच्छी पहल है।इसके लिए शिक्षक संघ का नेतृत्व और इस मुखपत्र को निकाल रही टीम बधाई की पात्र है।मुखपत्र में शिक्षकों की समस्याओं पर तो चर्चा होनी ही चाहिए उसके साथ साथ कैसे हम सब सरकारी शिक्षा को मजबूत करें इसपर भी चिंतन होना चाहिए।हमारी चिंता का मुख्य विषय उस बच्चे का विकास होना चाहिए जो हमारे विद्यालयों में आ रहा है।
पत्रिका के संपादक नवेंदु मठपाल ने बताया कि अब तक इसके 12 अंक प्रकाशित हो चुके हैं।विमोचन किए जा रहे अंक में शिक्षक समस्याओं पर विचार होने के साथ साथ शिक्षकों के नवाचारों को भी स्थान दिया गया है।
संगठन की विभिन्न स्तरों की गतिविधियों की रिपोर्टिंग है तो अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन में आ रही दिक्कतों पर लेख है,त्रिस्तरीय कैडर व्यवस्था एवं विद्यालयों के समय संचालन में परिवर्तन पर सारगर्भित लेख हैं।पृथक उत्तराखंड आंदोलन में कर्मचारी शिक्षकों की भूमिका पर उस समय सक्रिय भूमिका निभाने वाले विनोद किमोठी का आलेख है।
भोजन पाचन की प्रक्रिया पर विज्ञान कविता है तो प्रसिद्ध शिक्षाविद जान हाल्ट की पुस्तक बच्चे असफल क्यों होते हैं कि समीक्षा भी प्रकाशित की गई है।इस मौके पर बोर्ड सचिव विनोद प्रसाद सिमल्टी,पत्रिका संपादक नवेंदु मठपाल,सचिव संपादक शैलेंद्र जोशी, डा नंदन बिष्ट, दरपान रौतेला,कृपाशंकर पांडे, मनोज पाठक,चंद्र प्रकाश खाती मौजूद रहे।